महंगे इलाज ने किया स्वास्थ्य के प्रति जागरूक

बीमार पड़ने पर महंगे इलाज का बोझ न उठाना पड़े, इसके लोग अपने स्वास्थ्य के प्रति पहले से अधिक जागरूक होते जा रहे हैं। यह बात नीलसन हेल्थ एंड वेलनेस के अध्ययन में कही गई है। 


देश के 10 बड़े शहरों में कराए गए नीलसन के कंज्यूमर सर्वे में 48 फीसदी ने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक होने की बात मानी। उनके लिए बीमार होने को मतलब अनावश्यक खर्च वहन करना था। वहीं, 41 फीसदी अपने भविष्य को लेकर आशंकित दिखे। उनका मानना था कि यदि उनका आज स्वास्थ्य कमजोर रहा, तो इसका नतीजा उन्हें आने वाले समय में बीमारी के रूप में देखने को मिलेगा। इस सर्वे में 18-55 आयु वर्ग के 3,248 लोगों की राय जानी गई थी। इनमें 53 फीसदी ने स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता प्रकट की। वहीं, 47 फीसदी अपने स्वास्थ्य को लेकर लापरवाह नजर आए। 




प्रदूषण सबसे अधिक जिम्मेदार 

सर्वे के दौरान 10 में से 5 लोगों ने माना कि उनके स्वास्थ्य को प्रभावित करने में प्रदूषण सबसे अधिक जिम्मेदार है। 38 फीसदी ने जंक फूड जैसी खान-पान की गलत आदतों को और 36 फीसदी ने धूम्रपान, शराब सेवन और व्यायाम न करने को जिम्मेदार बताया। 

ञ्चव्यस्त जीवन-शैली का लोगों के स्वास्थ्य पर असर पड़ा है। वे इलाज के महंगे खर्च से बचने के लिए स्वास्थ्य को लेकर जागरूक हो रहे हैं।’ 

आरती वर्मा
एसोसिएट डायरेक्टर(क्लाइंट सॉल्यूशंस),
नीलसन कंपनी