पहचान ! मै हूँ, कौन ?




जहा तक मेरा मानना है यदि आप हमेशा ख़बरों में बने रहना चाहते है और आपको सब लोगो का ध्यान अपनी और खीचना है तो  इसका सीधा सा जरिया है की किसी विवाद को अपने गले लगा लो. मै यह सब इस लिए कह रहा हूँ क्योंकि इसका ताजा तरीन उदाहरण हमारी अपनी सरकार के आला दर्जे के केन्द्रीय मंत्रियों ने दिए है जहा एक और श्रीमान शशि थरूर ने आई. पी. एल. के कीचड़ में अपने पांव डाले और हमेशा की तरह ख़बरों में तो आये लेकिन अपने पद से हाथ धोने पड़ गए. इन्होने कुछ मर्यादा तो रखी लेकिन हमारे ग्रीन हाउस मंत्री महोदय ने तो देश की आन बान शान तीनो मर्यादाओ को ही तार तार कर डाला और किया भी तो ऐसी जगह (चीन यात्रा के दोरान) से जहा से उन्हें वापस अपने देश लोटने पर देश वासियों द्वारा उनके शब्दों को ससम्मान वापस लोटाया जाए और उनका भी वही हश्र किया जाये जैसा की पहले बहुत सो का किया जा चूका है.  ......................... जय हिंद ! जय भारत !!!