राजा के आगे प्रजा बनी सरकार

नई दिल्ली दूरसंचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री ए. राजा पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों को दमदार मानने के बाद भी संप्रग सरकार उन पर सीधी कार्रवाई से अपने हाथ बंधे महसूस कर रही है। कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने फिलहाल यह मामला द्रमुक सुप्रीमो व तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम. करुणानिधि पर डालकर उन पर ही दबाव बनाने की कोशिश की है। सोमवार को करुणानिधि की सोनिया गांधी से मुलाकात में भी इस मुद्दे पर माथापच्ची हुई, लेकिन नतीजा कोई नहीं निकल सका। करुणानिधि से मुलाकात के बाद सोनिया ने प्रधानमंत्री डा. मनमोहन सिंह से भेंटकर इस बारे में मंत्रणा की। कांग्रेस मान रही है कि ए. राजा पर 2-जी स्पेक्ट्रम घोटाले के आरोपों से सरकार की छवि को आघात पहुंच रहा है। आरोपों को सरकार खारिज भी नहीं कर रही है। मगर दिक्कत है कि ये आरोप ऐसे नहीं हैं, जिनसे सीधे राजा को कठघरे में खड़ा किया जा सके। सरकार के एक मंत्री के मुताबिक, निश्चित तौर पर शशि थरूर की तुलना में राजा पर लगे आरोप ज्यादा दमदार और संगीन हैं, लेकिन अब कार्रवाई करना या न करना तो द्रमुक के हाथ में है। कारण यह है कि राजा के खिलाफ ब्लैक एंड व्हाइट में तो सुबूत हैं नहीं जिन्हें दिखाकर द्रमुक को कार्रवाई के लिए मजबूर किया जाए। करुणानिधि को इसका एहसास था कि कांग्रेस अध्यक्ष और प्रधानमंत्री इस मुद्दे पर द्रमुक पर दबाव बनाएंगे। इसीलिए, उन्होंने मुलाकात से पहले रविवार को ही राजा को क्लीनचिट देकर कार्रवाई न करने के संकेत दे दिए थे। सोमवार को सोनिया गांधी से मिलने वे अपनी पुत्री कनीमोझी और दयानिधि मारन के साथ गए। सोनिया से मुलाकात के बाद करुणानिधि ने राजा मसले पर बातचीत होने से ही इनकार किया और कहा कि महिला आरक्षण विधेयक के बारे में चर्चा हुई, जबकि करुणानिधि ने पत्रकारों से कहा कि दलित होने की सजा भुगत रहे हैं राजा। करुणानिधि के जाने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष तत्काल प्रधानमंत्री से मिलने पहुंची। दोनों शीर्ष नेताओं ने मसले के साथ-साथ अलागिरी की गुमशुदगी और द्रमुक की आपसी खींचतान से संप्रग पर पड़ने वाले रवैये पर भी चर्चा की। देर रात करुणानिधि ने प्रधानमंत्री से भी मुलाकात की। राजा व अलागिरी दोनों ही मसलों पर अभी सरकार समाधान पर नहीं पहुंच सकी है। कांग्रेस के सूत्रों के मुताबिक, पार्टी राजा पर कार्रवाई के लिए करुणानिधि पर दबाव बना रही है, लेकिन सार्थक नतीजे की उम्मीद करना जल्दबाजी होगी।